अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम तीन साल के उच्च स्तर पर पहुंच गए हैं. इसकी वजह से यह आशंका गहरा गई है कि भारत में अगले महीनों में पेट्रोल-डीजल के दाम में भारी बढ़त होगी. शायद इसी चिंता ने भारत को सक्रिय किया है. पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ओपेक देशों से उत्पादन बढ़ाने का आग्रह किया है.अमेरिका में उत्पादन में कमी और जर्मनी में आर्थिक गतिविधियों के बढ़ने की वजह से कच्चे तेल का दाम बढ़ा है. गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में लंदन ब्रेंट क्रूड 37 सेंट बढ़कर 75.56 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ,पेट्रोलडीजलकेदामआगेऔरबढ़ेंगेसालकेउच्चस्तरपरक्रूडऑयल जबकि अमेरिकी WTI क्रूड 22 सेंट बढ़कर 73.30 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ.गौरतलब है कि भारत में अभी ही पेट्रोल-डीजल की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाईपर चल रही हैं. देश के कई शहरों में पेट्रोल 100 रुपये के आंकड़े को पार कर गया है. यह हाल तब है जब भारतीय बॉस्केट में आने वाले कच्चे तेल का रेट करीब 25 दिन पीछे का होता है. यानी अभी जो क्रूड का रेट है उसका असर करीब एक महीने बाद दिखेगा. यानी अगले एक महीने के बाद पेट्रोल-डीजल की कीमतों और भी बढ़त देखने को मिल सकती है.पेट्रोलियम निर्यातक और उनके सहयोगी देशों के संगठन OPEC+ देशों की उत्पादन में और बढ़त को लेकर 1 जुलाई को बैठक होने वाली है, लेकिन न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि इस बारे में अभी कोई निर्णय नहीं हो पाया है.इधर भारत में पेट्रालियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान क्रूड की बढ़ती कीमतों से परेशान दिखे. पेट्रोल-डीजल के भाव पर पहले ही सरकार को काफी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. अगले दिनों में दाम और बढ़े तो सरकार के लिए काफी मुश्किल खड़ी होगी. महंगाई वैसे ही बढ़ी हुई है. आगे पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से महंगाई नए रिकॉर्ड कायम करेगी.पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने OPEC देशों से आग्रह किया है कि वे चरणबद्ध तरीके से क्रूड उत्पादन में कटौती को दूर करते हुए उत्पादन बढ़ाएं, क्योंकि अब इनकी ऊंची कीमतों से महंगाई बढ़ रही है.