महंगे लोन की मार अब पड़नी शुरू हो गई है. ICICI बैंक ने पहला झटका दिया है. ICICI ने बेंचमार्क लेंडिंग रेट (External Benchmark Lending Rate) को 0.50 फीसदी बढ़ा दिया है. अब यह दर 8.60 पर पहुंच गई है. ICICI बैंक ने यह फैसला रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के रेपो रेट बढ़ाने केऐलान के बाद लिया है. RBI ने कल रेपो रेट को 50 बेसिस प्वाइंट (bps) बढ़ा दिया था. अब यह 4.90 फीसदी है.ICICI बैंक की वेबसाइट पर एक नोटिफिकेशन में दी गई जानकारी के अनुसार,महंगेलोनकीमारICICIबैंकनेदियाकस्टमर्सकोझटकालेंडिंगरेटबेसिसप्वाइंटबढ़ायाएक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट (EBLR) 8 जून से प्रभावी होगी. बैंक ने बताया कि ये बढ़ोतरीRBI के रेपो रेट में बढ़ोतरी के चलते की गई है. EBLR वो ब्याज दर है, जिससे कम दर पर बैंक कर्ज देने की अनुमति नहीं देते हैं.EBLR अभी पांच मई को ही बढ़ाया गया था.प्राइवेट सेक्टर के दूसरे सबसे बड़े बैंक ने इसके साथ ही MCLR को भी बढ़ा दिया है. ये बढ़ी दरें 01 जून से प्रभावी हो गई हैं. बैंक ने कहा कि ओवरनाइट, एक महीने और तीन महीने के लिए MCLR अब क्रमश: 7.30 फीसदी और 7.35 फीसदी है. इसी तरह संशोधित MCLR छह महीने के लिए 7.50 फीसदी और सल भर के लिए 7.55 फीसदी है.रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को इस महीने 0.50 फीसदी बढ़ाकर 4.90 फीसदी कर दिया है. इससे पहले मई की आपात बैठक में इसे 0.40 फीसदी बढ़ाकर 4.40 फीसदी किया गया था. रेपो रेट में अगस्त 2018 से कोई बदलाव नहीं हुआ था और नीतिगत ब्याज दरें (RBI Policy Rates) अपने ऐतिहासिक निचले स्तर पर बनी हुई थी. कोरोना महामारी के बाद लगभग सारी इकोनॉमीज में ब्याज दरें रिकॉर्ड लो पर लाई गई थीं. अभी करीब चार साल के अंतराल के बाद रेपो रेट बढ़ने का दौर वापस आया है. इसके बाद सारे बैंक ब्याज दरें बढ़ाने लग गए हैं.अभी तक के हाइक कोदेखें तो रेपो रेट 0.90 फीसदी बढ़ा है. बैंक भी इसी अनुपात में लोन की ब्याज दरें बढ़ा रहे हैं.